तुझे देख वही , रुक जाता हूँ
तुझे देख वही , रुक जाता हूँ
आखें बंद करता हूँ , तुझे पाता हूँ
अब तू कहे , इसमें मेरा क्या कसूर
अब तू कहे , इसमें मेरा क्या कसूर
एक तरफ चाहत में , यही है दस्तूर
यह जनता हूँ , तुझे पाना मुश्किल है
यह जनता हूँ , तुझे पाना मुश्किल है
लेकिन तेरी एक , नज़र तो मुमकिन है
अब तो कहानी , आगे बढ़ गयी
अब तो कहानी , आगे बढ़ गयी
तुझे न देख , हालत बावलो सी हो गयी
मेरा हाल देख , तू बेहाल न हो जाये
मेरा हाल देख , तू बेहाल न हो जाये
इस ख्याल से , अपना ख्याल रखता हूँ
तेरी एक नज़र को , खुदाई बना चला हूँ
तेरी एक नज़र को , खुदाई बना चला हूँ
तेरी एक झलक को , रिहाई बना चला हूँ
यह हो न हो , इश्क़ इसे ही कहते है
यह हो न हो , इश्क़ इसे ही कहते है
तू हो न हो , खुदा तुझे ही कहते है
--विशाल
तुझे देख वही , रुक जाता हूँ
आखें बंद करता हूँ , तुझे पाता हूँ
अब तू कहे , इसमें मेरा क्या कसूर
अब तू कहे , इसमें मेरा क्या कसूर
एक तरफ चाहत में , यही है दस्तूर
यह जनता हूँ , तुझे पाना मुश्किल है
यह जनता हूँ , तुझे पाना मुश्किल है
लेकिन तेरी एक , नज़र तो मुमकिन है
अब तो कहानी , आगे बढ़ गयी
अब तो कहानी , आगे बढ़ गयी
तुझे न देख , हालत बावलो सी हो गयी
मेरा हाल देख , तू बेहाल न हो जाये
मेरा हाल देख , तू बेहाल न हो जाये
इस ख्याल से , अपना ख्याल रखता हूँ
तेरी एक नज़र को , खुदाई बना चला हूँ
तेरी एक नज़र को , खुदाई बना चला हूँ
तेरी एक झलक को , रिहाई बना चला हूँ
यह हो न हो , इश्क़ इसे ही कहते है
यह हो न हो , इश्क़ इसे ही कहते है
तू हो न हो , खुदा तुझे ही कहते है
--विशाल
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